रिपोर्ट गोपाल सिंह बिष्ट
रानीखेत : उत्तराखंड की धामी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े बड़े दावे करती है लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आता है। इसका जीता जागता उदाहरण है रानीखेत का राजकीय अस्पताल जिसमें छत टपकने के कारण लगभग तीन महीने से ऑपरेशन थियेटर बंद पड़ा है। वार्ड के अंदर पानी भर जा रहा है और मरीज टपकती छत के नीचे सोने को मजबूर हैं। जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
इस अस्पताल में कुमाऊं ही नहीं बल्कि गढ़वाल से भी मरीज आते हैं लेकिन यहां ऑपरेशन नहीं होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल तीन माह पहले अस्पताल की छत में निर्माण कार्य शुरू हुआ और ठेकेदार ने बिना मौसम देखे काम शुरू कर दिया। जिससे पूरे अस्पताल और ऑपरेशन थियेटर की छत से पानी टपकने लगा जिस कारण ऑपरेशन बंद करने पड़े।
ठेकेदार और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा क्षेत्र की भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल के सीएमएस डॉ0 संदीप दीक्षित ने कहा कि ओटी संचालित करने में अभी कई दिक्कतें आ रही हैं। निर्माण इकाई को नोटिस दिया जा चुका है लेकिन फिर भी निर्माण कार्य धीमी गति से किया जा रहा है जिससे अभी ओटी संचालित नहीं हो सकती है।