हल्द्वानी न्यूज़ : हल्द्वानी शहर में डेंगू बीमारी के बढते प्रकोप को देखते हुये जिलाधिकारी वंदना ने शुक्रवार को राजकीय सुशीला तिवारी चिकित्सालय के साथ ही बेस चिकित्सालय का निरीक्षण कर डेंगू के उपचार के संबंध में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। सुशीला तिवारी चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी कोे नोडल अधिकारी एसटीएच डा0 परमजीत सिंह ने बताया कि वर्तमान में चिकित्सालय में 29 संदेहास्पद (suspected) मरीज है तथा 13 मरीज डेंगू बीमारी से ग्रसित हैं। अस्पताल से डेंगू के 334 मरीज ठीक होकर घर चले गये हैं।
उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि डेंगू मरीजो हेतु सुशीला तिवारी चिकित्सालय के साथ ही बेस चिकित्सालय मेें डेंगू मरीजों के लिए 70 अतिरिक्त बैड बढाने के निर्देश दिये है। वर्तमान में सुशीला तिवारी एवं बेस चिकित्साल में डेंगू मरीजों हेतु 80 बैड की व्यवस्था है। इससे दोनों अस्पतालों में लगभग 150 डेंगू बेड मरीजों को उपलब्ध हो पाएंगे।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने एसीएमओ डा0 एनसी तिवारी को चिकित्सालय की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही चिकित्सालय में मरम्मत के कारण जो कार्य नही हो पा रहे है शीघ्र ही समिति की बैठक में चिकित्सालय के मरम्मत के कार्यों का प्रस्ताव लायें ताकि मरम्मत के कार्यों को अतिशीघ्र कराया जा सके। उन्होंने चिकित्सालयों में डाक्टरों हेतु ड्यूटी बोर्ड को सही प्रकार बनाने के निर्देश दिये उन्होंने कहा डाक्टरों के नाम के साथ ही बोर्ड में डाक्टरों के मोबाइल नम्बर अंकित करना सुनिश्चित करें।
चिकित्साधिकारी ने बताया कि सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 24 घंटो मे लगभग 60 से 70 लोगों का डायलासिस प्रतिदिन होता है जिसमें 80 हजार लीटर पानी की आवश्यकता होती है। मरीजो ने जिलाधिकारी को पानी की समस्या से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जलसंस्थान को निर्देश दिये कि तत्काल पानी की व्यवस्था सुचारू की जाए। उन्होेंने डेंगू वार्ड के निरीक्षण के दौरान चिकित्साधिकारी के साथ ही स्टाफ को निर्देश दिये कि डेंगू बीमारी से ग्रसित मरीज मच्छरदानी का अवश्य प्रयोग करें।
जिलाधिकारी ने बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान सीएमएस बेस डॉ सविता ह्यांकी को निर्देश दिये कि चिकित्सालय में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए साथ ही उन्होंने चिकित्सालय परिसर में काफी पुराने खराब वाहनों को नीलामी करने के निर्देश दिये ताकि परिसर की खाली जगह का बेहतर प्रयोग हो सके। बेस चिकित्सालय में काफी दिनों से लिफ्ट खराब होने पर जिलाधिकारी ने तकनीकी एजेन्सी से लिफ्ट को चेक कराने के निर्देश दिए। कहा कि मरम्मत से लिफ्ट सुचारू हो जाती है तो मरम्मत कराई जाए। उन्होंने कहा लिफ्ट मरम्मत नही होने पर नई लिफ्ट हेतु प्रस्ताव लाया जाए। सीएमएस बेस ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि बेस चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट से 168 बैडों को आक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से दी जा रही है।