हल्द्वानी : क्या खाने की थाली भरी पूरी है?और हाँ,पशुओं से दोस्ती भी ज़रूरी है। हल्द्वानी सुश्री मेघना बोरा( संस्थापक सहारा स्वयं सेवीसंस्थान) और सुश्री नम्रता तिवारी अभिभावक और समाजसेवी)द्वारा सचेतन भोजन( माइंडफुल ईटिंग)और पशु क्रूरता( एनिमल क्रुएलिटी)संबंधी जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रेरक सत्र आयोजित किए गए। ज्ञातव्य हो कि वर्तमान समय मैं माइंडफुल ईटिंग और पशुओं से संबंधित क़्रूरता दोनों ही अत्यंत प्रासंगिक विषय हैं। कक्षा VI-VIII और IX-XI के छात्रों ने अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए सचेत भोजन विकल्पों के महत्व को समझने के लिए संवादात्मक चर्चाओं में भाग लिया।
विषय विशेषज्ञों और विद्यार्थियों के मध्य निम्न बिंदुओं पर खुली चर्चा की गई।- खाद्य लेबल को समझना- पौधे-आधारित विकल्पों का अन्वेषण करना- नैतिक उपभोग और इसका आहार विकल्पों पर प्रभाव।🔹प्रधानाचार्य श्री प्रवेश मेहरा जी ने मीडिया प्रवक्ता बीना जोशी के माध्यम से बताया कि छात्रों ने इन चर्चाओं में सक्रिय प्रतिभाग किया , जिससे निष्कर्ष निकलता है कि किशोर वय की यह पीढ़ी स्वस्थ और दयालु जीवनशैली अपनाने के लिए उत्सुक है,बशर्ते कि उसका समय समय पर उचित मार्गदर्शन किया जाए
उपप्रधानाचार्य अजय बिहारी सेठ, प्रधानाध्यापिका, वंदना टम्टा, प्रबंधक इंफ़्रास्ट्रक्चर, सुरेश बाजपेयी, काउन्सलर सिमरन रेहिल, अनिता भट्ट एवं सभी वरिष्ठ शिक्षकगण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।