हल्द्वानी के इस्कॉन मंदिर में धूमधाम से संपन्न हुआ जन्माष्टमी महामहोत्सव

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हल्द्वानी : शहर में आधी रात में गूंजा ‘हरे कृष्ण’*_“मंदिर की घंटियों की मधुर ध्वनि, भजन-कीर्तन की गूंज और पुष्पों की सुगंध से पूरा इस्कॉन हल्द्वानी जन्माष्टमी की रौनक में डूबा हुआ था। श्रद्धा और उल्लास के इस संगम में भक्तजन एक सुर में गा रहे थे—‘हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे…’ हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे”।_हल्द्वानी मुखानी स्थित निर्माणाधीन इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का भव्य महा-महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास और भक्तिभाव के साथ मनाया गया। उत्सव की तैयारियाँ कई दिन पहले से ही शुरू हो गई थीं।

सभी भक्तों ने मिलकर मंदिर प्रांगण की साफ-सफाई और सजावट का कार्य किया, जिससे पूरा वातावरण पवित्र और आकर्षक बन गया।जन्माष्टमी की सुबह से ही मंदिर परिसर में हरी नाम संकीर्तन की अनवरत ध्वनि गूंजती रही, जिससे चारों ओर भक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा।” इसके साथ ही भक्तों ने पूर्ण मनोयोग से सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का कार्य भी उत्साहपूर्वक किया। मंदिर परिसर में कई विशेष स्टॉल्स लगाए गए, जो भक्तों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र बने। इनमें प्रचार डेस्क, अनमोल उपहार स्टॉल, पुस्तक स्टॉल, सेल्फी प्वाइंट, आध्यात्मिक जांच केंद्र, तुलादान और जप काउंटर प्रमुख थे।

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मंदिर से जुड़े सभी भक्तों ने अलग-अलग सेवाओं में भाग लेकर अपनी निष्ठा और समर्पण का परिचय दिया। किसी ने संकीर्तन में स्वर दिया, किसी ने सजावट में योगदान किया, तो किसी ने व्यवस्था और सेवा में अपना समय देखकर अपने आराध्य श्री कृष्ण को प्रसन्न करने का प्रयास किया। सभी के संयुक्त प्रयासों से यह विशाल आयोजन और भी भव्य एवं सफल बन सका।

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शाम 7 बजे हरी नाम संकीर्तन के साथ मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जो भक्ति-भाव और उत्साह से परिपूर्ण था।रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े उल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण का विधिवत अभिषेक किया गया और उन्हें जन्मदिन पर छप्पन भोग का प्रसाद अर्पित किया गया। अभिषेक और आरती के बाद सभी भक्तों को महाप्रसाद वितरित किया गया।पूरे आयोजन में शहर और आसपास के क्षेत्रों से आए सैकड़ों भक्तों ने भाग लेकर इस पावन पर्व को यादगार बना दिया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का यह महा-महोत्सव न केवल भक्ति और आनंद का संगम था, बल्कि सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता का जीवंत उत्सव भी रहा।

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