द्वितीय पंक्ति के नेताओं के इस्तीफे से भविष्य में क्या होगी कांग्रेस की स्थिति?

हल्द्वानी : लोकसभा चुनाव को लेकर जहां भाजपा पार्टी के द्वारा अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर ली गई थी तो वहीं कांग्रेस अपनी दो सीट में अपने उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर असमंजस की स्थिति में नजर आई है यही वजह रही कि कांग्रेस हाईकमान को नैनीताल उधमसिंह नगर सीट व हरिद्वार सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने में काफ़ी लम्बा वक़्त लग गया हरिद्वार से जहा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेन्दर रावत को टिकट दिया तो वहीं नैनीताल उधमसिंह नगर सीट से राहुल गांधी के करीबी माने जा रहे प्रकाश जोशी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया हल्द्वानी नैनीताल लोक सभा का महत्वपूर्ण राजनीतिक क्षेत्र है वही जहा गढ़वाल के विधायक समेत कई महत्त्वपूर्ण लोगो ने कांग्रेस को छोड़ दिया जिसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस के अंदर ही विरोध भी देखने को जहां कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने अपनी नाराजगी जताते हुए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा को अपना त्यागपत्र भेज दिया अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यहां खड़ा हो रहा है कि क्या चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के सेकंड लीडर्स लाइन के यह नेता कांग्रेस को टाटा बाय-बाय करने जा रहे हैकांग्रेस के सेकंड लीडर्स में नाम आता है वहा है सुमित हृदयश, दीपक बल्यूटिया व ललित जोशी सुमित हृदयेश उत्तराखंड की लेडी आयरन कहे जाने वाली स्वर्गीय इंदिरा हृदयश के पुत्र है इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद सुमित को कांग्रेस ने विधानसभा में टिकट देकर अपना उम्मीदवार बनाया उस चुनाव में सुमित ने जीत हासिल की वर्तमान में सुमित हल्द्वानी के विधायक हैं और अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कांग्रेस के लिए कार्य करते आ रहे हैं वही दीपक बल्यूटिया का दीपक उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के भतीजे है दीपक बल्यूटिया ने लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव लड़ने का मन भी बना लिया था और नैनीताल उधम सिंह नगर सीट से अपनी दावेदारी भी की लेकिन कांग्रेस हाई कमान ने उन पर कोई भरोसा नहीं जताया यही वजह है कि दीपक ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है और अपना त्यागपत्र प्रदेश प्रभारी को स्वीकृत कर दिया दिया वहीं कांग्रेस का एक जो चेहरा है वह चेहरा शुरू से ही छात्र राजनीति से सुर्खियों में रहा वह है राज्य आंदोलनकारी एवं पूर्व दर्जा राज्य मंत्री ललित जोशी का है जमीनी नेता ललित जोशी छात्र राजनीति से ही कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में उभरे छात्र राजनीति में प्रेसिडेंट के साथ NSUI के सेक्रेटरी पद में भी रहे उत्तराखंड की पूर्व नेता प्रतिपक्ष व आयरन लेडी जाने इंदिरा हृदयेश को चुनाव को लड़ने में ललित का काफी योगदान रहाललित का राजनीती सफर में कोई गोदफ़ादर नहीं है यही कारण है कि लालत जोशी कई बार चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिल पाया आपको बाते दे की ललित जोशी ने कई आंदोलन में भी भाग लिया और जनता से जुड़े कई मुद्दों को उन्होंने उठाया जिसमें मुख्य रूप से जमरानी बांध परियोजना व किसान आंदोलन रहा लेकिन उसके बावजूद भी ललित को कई बार निराशा ही हाथ लगी चाहे वह विधानसभा का चुनाव हो या मेयर का इतनी निराशा हाथ लगने के बावजूद भी ललित ने अपना सब्र का पैमाना बनाए रखा है अगर ललित का साबरी दीपक के तरह टूट गया तो कांग्रेस का क्या होगा यह कांग्रेस खुद ही जानती है

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