हल्द्वानी – रेरा को लेकर किसानों का गुस्सा लगातार बड़ता जा रहा है। बीते दिवस जहां प्रशासन ने किसानों की रेरा एक्ट के विरोध में आयोजित ट्रैक्टर रैली को शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी वहीं आज नगर निगम सभागार में एक बार फिर प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय और किसानों के बीच हुई वार्ता विफल रही।
रेरा एक्ट के खिलाफ किसानों में आक्रोश साफ नजर आ रहा है। किसानों का कहना है कि जल्द ही अब किसी भी हाल में प्रशासन को इस मामले पर नतीजे पर पहुंचना होगा वरना किसान महापंचायत कर एक वृहद आंदोलन छेड़ देंगे। आक्रोशित किसानों का कहना है कि प्रशासन ने रेरा एक्ट एक कमरे में बंद कर बना दिए जबकि भौगौलिक परिस्थितियों को ध्यान में नहीं रखा गया।
यह कानून छोटी जोत के किसानों के लिए गले की फांस बन गया है। किसानों ने प्रशासन पर साफतौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि रेरा एक्ट पर आज हुई बैठक में प्रशासन उनके सवालों के जवाब देने में विफल रहा यह बात ही एक सबूत है कि प्रशासन ने इस एक्ट को प्रभावी करने से पहले कितनी पड़ताल की थी, उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन इस एक्ट का सही तरीके से वर्गीकरण नहीं करता तब तक इसे लागू नहीं होने दिया जाएगा और किसान वृहद आंदोलन छेड़ देंगे।
वहीं उन्होंने साफ तौर कहा कि यह लड़ाई किसानों की है इसमें किसी भी राजनीतिक दल का हस्तक्षेप नहीं है और न होने दिया जाएगा यह लड़ाई एक आम किसान की है जिसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं का सहयोग मिल रहा है। उधर प्रशासन फिलहाल किसानों से बातचीत के लिए जल्द एक और बैठक करने की बात कह रहा है देखने वाली बात होगी की आखिर प्रशासन किसानों को किस प्रकार संतुष्ट कर पाता है या फिर किसान आंदोलन की राह पकड़ेंगे।