भाजपा व कांग्रेस प्रवक्ता की तेज हुई जुबानी जंग, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कसा यह तंज

हल्द्वानी : ईजा-बैणी महोत्सव की सफलता से कांग्रेस तिलमिलाई , सिल्कियारा रेस्क्यू को नहीं पचा पा रही कांग्रेस:विकास भगत भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बलूटिया के बयान को नारी शक्ति का अपमान बताया है। विकास भगत ने कहा कि सफल कार्यक्रम पर गलत टिप्पणी करना उत्तरकाशी के सफल सिल्कीयारा रेस्क्यू ऑपरेशन की खीज और निराशा है क्योंकि कांग्रेस चाहती थी कि वहां कोई अनहोनी हो जिससे उसको प्रदेश में पुष्कर सिंह धामी सरकार की छवि खराब करने का अवसर प्राप्त हो। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि कांग्रेस चाहती ही नहीं है की प्रदेश में ईजा-बैणी का सम्मान हो। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बलूटिया तब कहा थे ज़ब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी की बेटी का विवाह हुआ था तब 2 दिन सभी स्कूल बंद रहें थे,सभी विद्यालयों की बसों और विभागों की गाड़ियों का अधिग्रहण किया गया था? भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं उनके तात्कालिक मित्र रंजीत रावत के खली के नाम पर मेगा इवेंट कराने के लिये पुलिस को दबाव मे लेकर वसूली की गई।टीशर्ट, टोपिया पर सरकारी धन बर्बाद किया गया और तमाम स्कूलों को बंद कर कर इवेंट की सफलता के लिए लोगों को जुटाने के लिए बसें ली गई तब कांग्रेस प्रवक्ता के कान में जू क्यों नहीं रेगी? भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मातृशक्ति के सम्मान मे सफल कार्यक्रम हुआ तो कांग्रेस की बौखलाहट साफ दिख रही है।भाजपा प्रवक्ता विकास ने कहा की कांग्रेस मातृशक्ति की सदा विरोधी रही है।कांग्रेस के शासनकाल में जब हल्द्वानी मे एक नन्ही बच्ची कशिश की दुष्कर्म कर निर्मम हत्या कर दी गई थी, तब उनकी तत्कालीन हरीश रावत सरकार के कान में जू तक नहीं रेगी थी और 10 दिन चले जन आंदोलन के बाद फ़ास्ट ट्रैक का गठन किया गया था और आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि हल्द्वानी में आयोजित यह कार्यक्रम मातृशक्ति के सम्मान मे किया गया एवं प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार चाहती है कि ऐसे कार्यक्रमो के माध्यम से मातृशक्ति का सम्मान हो और मातृशक्ति को और अधिक स्वालंबी बनाने के लिए प्रदेश में जारी योजनाओं को मातृशक्ति तक पहुंचाया जा सके जिससे मातृशक्ति आर्थिक एवं सामाजिक रूप से और अधिक स्वावलंबी हो।

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