उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने शुरू की हिंदी वेबसाइट – शिक्षार्थी केंद्रित डिजिटल पहल• दो चरणों में पूरी वेबसाइट हिंदी में होगी उपलब्ध

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हल्द्वानी : हिंदी दिवस से पूर्व हिंदी भाषा के उत्थान व प्रसार को लेकर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम के अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट का हिंदी संस्करण लॉन्च कर एक बड़ा कदम उठाया है। 12 सितंबर को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित विशेष व्याख्यान कार्यक्रम में कुलपति प्रो. नवीन चंद्र लोहनी ने वेबसाइट के हिंदी संस्करण का औपचारिक शुभारंभ किया। कुलपति प्रो. लोहनी ने विशेष व्याख्यान व हिंदी वेबसाइट लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान कहा कि विश्वविद्यालय का मूल उद्देश्य शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षा प्रदान करना है और यह वेबसाइट उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा,”उत्तराखंड एक हिंदी भाषिक राज्य है। हमारी यह पहल छात्रों और शिक्षार्थियों को उनकी मातृभाषा में सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। अब हर विद्यार्थी बिना भाषा की बाधा के विश्वविद्यालय की सभी सेवाओं और सूचनाओं तक आसानी से पहुंच सकेगा।”अब यह वेबसाइट पूरी तरह द्विभाषी होगी।

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प्रो. लोहनी ने बताया कि वेबसाइट को दो चरणों में तैयार किया जा रहा है।प्रथम चरण में होम पेज, प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश, विश्वविद्यालय से जुड़ी प्रमुख जानकारियां हिंदी में उपलब्ध करा दी गई हैं।द्वितीय चरण में विश्वविद्यालय की सभी आंतरिक प्रक्रियाएं जैसे प्रवेश, परीक्षा आवेदन, परिणाम, प्रमाणपत्र, छात्र सहायता सेवाएं आदि को भी पूर्ण रूप से हिंदी में उपलब्ध कराया जाएगा।इस प्रकार, विश्वविद्यालय की वेबसाइट अब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में संचालित होगी, जिससे सभी शिक्षार्थी अपनी सुविधा अनुसार भाषा चुन सकेंगे।प्रो. लोहनी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय की तरफ से डिजिटल क्रांति में शिक्षार्थी केंद्रित एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी। उन्होंने कहा यह पहल डिजिटलाइजेशन के प्रयासों को और मजबूती देगी। हिंदी में वेबसाइट उपलब्ध होने से दूरदराज के छात्रों को विशेष लाभ मिलेगा।

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यह कदम शिक्षा में समान अवसर सुनिश्चित करने और ‘शिक्षार्थी-केंद्रित’ शिक्षा व्यवस्था को व्यवहारिक रूप देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।मानविकी विद्याशाखा के निदेशक प्रो. गिरिजा पाण्डेय ने अपने विचार रखे, कार्यक्रम की रुपरेखा हिंदी विभाग के समन्वयक डॉ. शशांक शुक्ल ने रखी, कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल कार्की ने किया, धन्यवाद डॉ. राजेंद्र कैड़ा ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के निदेशक अकादमिक प्रो. पी डी पंत, कुलसचिव डॉ. खेमराज भट्ट एवं शिक्षकगण मौजूद रहे।

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