हल्द्वानी – भारत के 9 राज्यों मे 20 से भी ज्यादा सेन्टर वाला प्रमुख आईवीएफ सेन्टर चेन ‘सीड्स ऑफ इनोसेंस’ ने हल्द्वानी में अत्याधुनिक आईवीएफ, आनुवंशिक टेस्टिंग और भ्रूण चिकित्सा फैसिलिटी का अनावरण कर दिया है।
सेंटर का उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत , सांसद अजय भट्ट ने किया सीड्स ऑफ इनोसेंस का सेंटर निःसंतान दंपत्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे उन्हें दूसरे शहरों में इलाज के लिए भटकने की आवश्यकता नहीं होगी मुखानी स्थित प्रसिद्ध आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ गौरी अगर्वाल के दिशानिर्देश में यह सेंटर स्थापित किया गया है।
जो कि सीड्स ऑफ इनोसेंस की सह-संस्थापक भी हैं उन्होंने बताया कि इस केंद्र में भ्रूण चिकित्सा और आनुवंशिक परीक्षण की सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। हल्द्वानी, उत्तराखंड में शुरू की गई यह नई सुविधा इस क्षेत्र में बांझपन के इलाज के लिए समर्पित एक फैसलिटी उपचारक, और काउंसलर के रूप में कार्य करेगी
इस मौके पर मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि “यह नया केंद्र बांझपन से संबंधित चिंताओं के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुझे पूरा विश्वास है कि डॉ. गौरी के नेतृत्व में सीड्स ऑफ इनोसेंस राज्य में बेहतरीन कार्य करेगा
वहीं सांसद भट्ट ने कहा कि आईवीएफ का यह नया केंद्र उन दम्पंतियों के लिए बहुत मददगार है जिनको बांझपन से जुडी समस्याएं है डॉ. गौरी अग्रवाल ने कहा कि भारत में कुल प्रजनन दर में कमी आई है, इसलिए बांझपन, इसके कारणों और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाना अब अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान और तकनीकी नवाचारों से हमारे देश को काफी लाभ मिल सकता है। वर्तमान समय में हमें आईवीएफ को अलग-अलग दृष्टिकोण से देखने के बजाय एक मल्टी डिसिप्लिनरी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए।
आनुवंशिक परीक्षण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, हमने एक भ्रूण कल्याण कार्यक्रम भी शुरू किया है, जो एडवांस आईवीएफ समाधान प्रदान करने वाला एक व्यापक केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।